होम
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
खरीदें
About
कम
ज्यादा
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
कोट
Library
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
भक्ति -भाव
कर्महीपूजाहै
खुदाई
स्वार्थ का भाव
बच्चा
चिकित्सक
अपनेपन का भाव
निश्छल सरल
गौमाता
मेवा
जन-जन
खोजना
भाव पवित्र
बिना रक्त संबंध
भ्रष्टाचार से मुक्ति
बनेजिससेतकदीरदेशकीमैंऐसीखुद्दारीलिखतीहूँ।
चालाकी बंद
सेविका
वश में
निभाते मित्र
Hindi
जन सेवा का भाव
Quotes
दायित्व चिकित्सक का जो निभाता, वह जन है परमेश्वर के ही समान। ...
इस जग में जन कल्याण के काम, ईश्वर की ही पूजा का है दूजा नाम। ...
देश चलाना आता है। जन-जन से नाता है।। जे.पी. ...
सेविका का पूर्ण सेवा-भाव, प्रभावित सेव्य को है कर देता । जैस ...
जन-जन की अब यही पुकार। नहीं चलेगा भ्रष्टाचार।। ...
जिस सेवा से नम्रता आए, देने का भाव आए तथा शीतलता आए, वह ही स ...
नहीं स्वार्थ का भाव कुछ, बस है हर एक भाव पवित्र। बिना रक्त स ...
जो समाज हम चाहें अच्छा, भाव प्रेम का रखना है सच्चा। निज हृदय ...
नर्स हूं।रोगी सेवा मेरा धर्म है धर्म अर्जन करुंगी धर्म करके ...
मजेदार होगा जगत, आएगा जीवन में आनंद। जब अपनेपन का भाव हो, और ...
गौ माता की करो जो सेवा। तुम्हें मिलेगा मेवा ही मेवा।। ...
खुद को खोजने का तरीका यह है कि खुद को दूसरों की सेवा में खो ...
प्रकृति से सीखो सबको जीवन देना निस्वार्थ भाव से सबकी सेवा कर ...
सेविका का धर्म और कर्म सिर्फ सेवा करना है इसलिए वह सिर्फ ...
परहित सेवा में किया गया हर काम मन को सुकून देता है।🌹 सुप्रभा ...
अपने माता-पिता और वृद्धजनों की सेवा भी ईश्वर तुल्य ही है।
00:00
00:00
Download StoryMirror App